हजारों करोड़ हजम करने के तलाशे जा रहे हैं रास्ते
तुरंत हो आरिपियों की गिरफ्तारी अन्यथा सडकों पर उतरेगी भाकियू
करनाल 1 नवम्बर। हजारों करोड़ के धान घोटाले को लेकर दीन बंधू सर छोटूराम किसान भवन में किसान पंचायत कर सरकार को मिडिया के माध्यम से किसानों द्वारा लानत भेजी गई है। किसानों से हुई इस सरकारी आवक की राजशाही लूट की कड़े शब्दों में निंदा कर सरकार को चेताया गया कि इस भ्रष्ट तंत्र के सरगनाओं को दो दिन के अंदर गिरफ्तार नही किया गया तो स्पष्ट तौर पर माना जायेगा कि यह लूट सरकार की शह पर उनके घर भरने के लिए की गई है। किसान पंचायत की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुम्मन ने की और संचालन शाम सिंह मान ने किया।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने कहा कि भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सत्ता में आई थी। लेकिन भाजपा राज ने पूर्व की सरकारों के भ्रष्टाचार को छोटा कर दिया है। किसानों के नाम पर आए दिन हजारों करोड़ के घोटाले किए जा रहे हैं। किसानों के नाम को ये भ्रष्ट तंत्र बदनाम कर रहा है। प्रदेश में हजारों करोड़ रूपये का धान घोटाला करने वाले सारे सम्बंधित अधिकारी भाजपा नेताओं के चहेते हैं और भाजपा नेता फर्जीवाड़ा करने वाले राईस मीलों में गोपनीय तरीके से पार्टनर हैं। जब से भाजपा की सरकार सत्ता में आई है तब से कुछ भाजपा से जुड़े लोगों ने इस तरह के घोटालों को अंजाम देने के लिए अपने राईस मिल लगा लिए है और कुछ गुप्त तरीकों से पार्टनर बन गए है। रतनमान ने कहा कि धान, बाजरा, कपास और मूंग सहित कई फसलों की खरीद के दौरान घोटाले किये गये है। अगर सही तरीके से निष्पक्ष तौर पर जाँच की जाये तो हरियाणा सरकार को अपनी कुर्सी गंवानी पड सकती है। उन्होंने कहा कि मौजुदा समय में कथित तौर पर की जा रही जाँच में कुछ भी होने वाला नहीं है। जाँच अधिकारी खानापूर्ति करके समय बर्बाद कर रहे हैं ताकि मिलर्स समय रहते इधर उधर से धान लाकर अपने बचाव का रास्ता ढूंढ सकें।
जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुम्मन ने कहा कि सरकार छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई कर खुद को बचाने का प्रयास कर रही है, लेकिन किसान अब इस नौटंकी में नहीं आने वाले। उन्होंने कहा कि जब तक बड़े अधिकारी और नेताओं पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक किसान सड़कों से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने तुरंत ठोस कदम नहीं उठाया, तो पूरे प्रदेश में भाकियू आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
पंचायत में मौजूद किसानों ने एक स्वर में कहा कि अब समय आ गया है कि सरकार किसानों की मेहनत की कमाई से हो रहे इस भ्रष्टाचार का हिसाब दे। किसानों ने घोषणा की कि वे इस घोटाले की सीबीआई जांच की मांग पर अडिग हैं और जब तक सच्चाई सामने नहीं आती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
इस अवसर पर रामेश्वर, महिंद्र सिंह मंढान, राजेन्द्र कुमार राणा, प्रेमचन्द शाहपुर, धर्म सिंह मोहडी, सुरेन्द्र सांगवान, राज कुमार नौतना, रामफल नरवाल, दिलावर डबकोली, धर्म सिंह पाढा, पालाराम चाँदसमंद, रमेश बडसत, हवा सिंह नरुखेडी, गुलजार सिंह, हवा सिंह, देवेन्द्र सांगवान, वेड पाल, गुरनाम, विनोद, आर्य प्रकाश सहित अन्य किसान मौजूद रहे।






